प्रेगनेंसी में पेठा खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ। Benefits of eating petha in pregnancy

News Mug
3 min readNov 23, 2020

पेठा उत्तर भारत का एक पारदर्शी मिठाई है. पेठा भारत वर्ष के विभिन्न प्रदेशों में बनाया जाता है, लेकिन आगरा का पेठा पूरे विश्व में प्रसिद्ध है. इसे सफ़ेद लौकी से बनाया जाता है.इसका लैटीन नाम बेनिनकेसा हिसिप्डा है. पेठे की औषधियों गुणों के कारण आयुर्वेद में भी पेठे को शरीर के लिए बहुत लाभदायक माना गया है. चलिए लेख के जरिए जानें प्रेगनेंसी में पेठा खाने के फायदे.

प्रेगनेंसी (गर्भावस्था) में पेठा खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ। Benefits of eating petha in pregnancy

साइनस की समस्या कर सकता है दूर : पके हुए फल का छिलका सख्त होता है और इसका रंग हल्का हो जाता है. पेठे की तासीर शीतल होती है इसलिए प्रेगनेंसी में पेठा खाने से सर्दी जुकाम, साइनस की समस्या होने पर इसका जूस नहीं पीना चाहिए.

प्रोटीन से परिपूर्ण है पेठा : पेठा खनिज पदार्थों, विटामिनों और प्रोटीन से परिपूर्ण है. इसमें लोहा, कैल्शियम, सल्फर, फासफोरस एवं विटामिन-ए, बी, सी और ई से भरपूर है. इसलिए प्रेगनेंसी में प्रसूता महिलाओं को विटामिन की कमी पूरा करने के लिए पेठा खाना चाहिए.

मस्तिष्क के ज्ञानतंतुओं की दुर्बलता : गर्भावस्था में पेठा खाने से महिलाओं की उन्माद व मानसिक समस्याएं दूर होती हैं. इतना ही नहीं पेठे की सब्ज़ी पाचनशक्ति को बढ़ाती है, जिससे कब्ज़ की शिकायत दूर हो जाती है. प्रेगनेंसी में इसका सेवन करने से मस्तिष्क के ज्ञानतंतुओं की दुर्बलता, याददाश्त की कमी आदि मानसिक विकार दूर होते हैं.

इसे भी पढ़े : नाभि पर हल्दी लगाने का फायदा और स्वास्थ्य लाभ

सिरदर्द की शिकायत में लाभदायक : प्रेगनेंसी में आमतौर पर महिलाओं को सिरदर्द की शिकायत होना आम बात है.जिन गर्भवती महिलाओं को सिरदर्द की शिकायत रहती है और जिन्हें मानसिक तनाव अधिक रहता है, उन्हें भी यह पेठा का सेवन करना शीघ्र लाभ पहुंचाता है.

कब्ज और बवासीर : प्रेगनेंसी के दौरान पेठे के सेवन से कब्ज़ और पाचन सम्बन्धी समस्याएं ख़त्म होती है. कब्ज एक ऐसी समस्या है जिससे अधिकतर महिलाएं पीड़ित रहती हैं. कब्ज़ होने से मलावरोध, मलबन्ध और कोष्ठबद्धता आदि बीमारियां हो जाती है. गर्भावस्था में कब्ज़ के कारण कई रोग शरीर में उत्पन होते हैं.

दमा में लाभदायक : दमा के रोगी गर्भवती महिलाओं के लिए पेठा रामबाण होता है. दमा की बीमारी में सांस लेने में परेशानी होती है और कफ बनता है. ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान अन्य उपचारों के बदले नियमित रूप से पेठा खाना चाहिए. इससे फेफड़ों को बहुत लाभ मिलता है.

पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए : पेठा 100 प्रतिशत क्षारीय है. यह गर्भवती महिलाओं के रक्त को साफ करने के लिए श्रेष्ठ कार्य करता है क्योंकि गर्भकाल के दौरान प्रसूता का रक्त 80 प्रतिशत क्षारीय हो जाता है. आम दिनों में लिया जाने वाला भोजन पूर्णतया अम्लीय है इसलिए प्रेगनेंसी के दौरान पेठे का सेवन करने से महिलाओं की पाचन शक्ति बढ़ती है. पेठे में क्षारीयता अधिक होने के कारन पेठे का जूस अति उत्तम है.

: देश-दुनिया की खबरें, आपके नागदा शहर का हाल, अपडेट्स और सेहत की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें Newsmug App NEWSMUG ऐप

Originally published at https://newsmug.in on November 23, 2020.

Sign up to discover human stories that deepen your understanding of the world.

Free

Distraction-free reading. No ads.

Organize your knowledge with lists and highlights.

Tell your story. Find your audience.

Membership

Read member-only stories

Support writers you read most

Earn money for your writing

Listen to audio narrations

Read offline with the Medium app

No responses yet

Write a response