
हम लाएं हैं एक से बढ़कर एक राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर शायरी। National science day Shayari । राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर कविता । Poem on National Science Day
28 फरवरी 1928 को भारतीय भौतिक वैज्ञानिक सर सी.वी. रमन द्वारा “रमन इफेक्ट” की खोज को की गई थी. इस खोज को सम्मान देने के उद्देश्य से भारत में हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस ( National Science Da y) मनाया जाता है.
इस दिन को लोग सर सी.वी. रमन को भिन्न-भिन्न प्रकार से याद करते हैं, जिनमें सबसे बेहतरीन तरीका science पर एक अच्छी-अच्छी शायरी और कविता शेयर करना. इसीलिए हम लेख के जरिए आपके लिए लाए है एक से बढ़कर एक राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर शायरी जिसे आप अपने ईष्ट मित्रों को Whatsapp और Facebook या फिर किसी भी सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर कर सकते है.
1986 में, NCSTC ने भारत सरकार को 28 फरवरी के दिन को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में अधिकारिक रुप से घोषित करने के निर्देश दिए थे. इस दिन पूरे भारत के स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षणिक, वैज्ञानिक, तकनीकी, चिकित्सा और अनुसंधान संस्थानों में उल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन अलग अलग Science day Theme पर आयोजन किए जाते हैं.
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर शायरी । National science day Shayari
समस्याओं के समाधान का हल पाओगे,
यदि विज्ञान की ताकत को समझ जाओगे.
युवाओं के मन में विज्ञान के प्रति प्रेम जगाओ,
इससे ही होगा देश का विकास होगा सबको समझाओ.
विज्ञान का सदुपयोग एक वरदान हैं,
इसका दुरूपयोग एक अभिशाप हैं.
अब समस्याओं का हल निकलना चाहिए,
हर छात्र में एक वैज्ञानिक होना चाहिए.
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर कविता । Poem on National Science Day
कितने सारे ग्रंथ हमारे जिसमें निहित है ढेरों ज्ञान
कितनी सारी लोक प्रथाएं, जिसमें छुपा हैं विज्ञान
चरक, सुश्रूत और आर्यभट्ट से हुए कितने विद्वान
ज्ञान हड़पने हेतु हमारा, पश्चिम ने हैं मोर्चा खोला
सिद्ध नहीं कर पाते क्यों हम, यह है हमारी अपनी शान
लिखित अलिखित ज्ञान है जितना, नहीं किया विधिवित अभिलेखन
आंख मूंद कर माना हमनें, किए न उन पर शोध परीक्षण
रखो इक्ठ्ठा साक्ष्य प्रमाण, क्योंकि यह हैं हमारा विज्ञान
आपाधापी मची हैं जंग में, छीन छपट का गर्म बाजार
दुनिया में कुछ देश हैं ऐसे, करते हैं चोरों सा व्यवहार
आज चुनौती खड़ी सामनें, सरंक्षित कर लें निज ज्ञान
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर बेस्ट शायरी
विज्ञान में इतनी विभूति (शक्ति) है कि वह काल के चिन्हों को भी मिटा दे. — प्रेमचंद
विज्ञान में इतनी शक्ति होती है कि वह इंसान को गरीबी और बीमारी से बाहर निकाल सकता हैं और बदले में वो इंसान सामजिक सुख और शान्ति को बढ़ावा दे सकता हैं.
विज्ञान को विज्ञान तभी कह सकते है जब वह शरीर, मन और आत्मा की भूख मिटाने की पूरी ताकत रखता हो. — महात्मा गांधी
विज्ञान ने हमें सच्चाई तक पहुंचाने का भरोसा दिया हैं… इसने हमें शांति या सुख तक पहुँचाने का आश्वासन कभी नहीं दिया. — ले बैन
विज्ञान का विशेष महत्व हैं परन्तु प्रकृति के चमत्कार पानी, वायु, धूप, ठंड, पेड़-पौधे के बिना तो जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती हैं.
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Originally published at https://newsmug.in on February 15, 2021.